मुफ्त इलाज कराने वाले मरीज को बायोमेट्रिक अटेंडेंस जरूरी: फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अस्पताल में बायोमेट्रिक अटेंडेंस जरूरी, फिंगरप्रिंट नहीं मिलने से मरीज हो रहे हैं परेशान

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Mandsaur
  • Biometric Attendance Is Necessary In The Hospital To Prevent Fraud, Patients Are Worried Due To Not Getting Fingerprints

मंदसौर12 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
निजी अस्पतालों में मरीजों से लगवा  रहे रहे बायोमेट्रिक  अटेंडेंस। - Dainik Bhaskar

निजी अस्पतालों में मरीजों से लगवा रहे रहे बायोमेट्रिक अटेंडेंस।

आयुष्मान योजना के अंतर्गत फर्जीवाड़ा रोकने के लिए शासन ने नया नियम लागू किया है। इसके तहत मुफ्त इलाज कराने वाले मरीज को बायोमेट्रिक अटेंडेंस जरूरी होगा। यह व्यवस्था आयुष्मान कार्ड के तहत इलाज करने वाले जिले के सभी अस्पतालों में लागू हो गई। नए नियमों से फर्जीवाड़ा को रोकने में मदद मिलेगी लेकिन मरीजों को फिंगर प्रिंट नहीं मिलने तो सर्वर डाउन सहित अन्य तकनीकी दिक्कत होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

आयुष्मान निरामय योजना में कई फर्जीवाड़े सामने आ चुके हैं। एक ही अस्पताल में मरीज को रखकर दूसरे अस्पताल में रेफर दिखाना, एक मरीज के दो-दो पैकेज दिखाना, एक अस्पताल में भर्ती किए मरीज की दो अस्पतालों में भर्ती दिखाने जैसे कई मामले सामने आए हैं। इसके चलते सरकार ने ये नई गाइडलाइन जारी की है ताकि इन जैसे फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाया जा सके।

जिले के 7 निजी व 2 सिविल अस्पताल सहित जिला अस्पताल में योजना के तहत इलाज किया जा रहा है। इसमें लगातार आ रही भ्रष्टाचार की शिकायतों को लेकर स्टेट हेल्थ एजेंसी भोपाल से नई गाइडलाइन जारी हुई है।

इसके तहत बायोमेट्रिक करना जरूरी कर दिया है। यदि कोई संबधित मरीज बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठे का निशान नहीं लगाता है तो वह आयुष्मान योजना का लाभ नहीं ले पाएगा। इस तरह शासन की नई गाइडलाइन मरीजों के लिए आफत बनी है।

अंगूठे का निशान नहीं मिलने पर भी करना होगी प्रक्रिया

यदि किसी का अंगूठे का निशान नहीं मिल रहा है तो उसका आईडी नंबर व आधार कार्ड सहित जानकारी अस्पताल के लेटर पैड पर लिखकर एजेंसी को भेजनी होगी। जहां से तुरंत अप्रूवल आने के बाद ही वह व्यक्ति योजना का लाभ ले सकेगा। यदि इसमें परेशानी हुई तो योजना का लाभ लेना मुश्किल हो सकता है। सीएमएचओ डॉ. अनिल नकुम ने बताया कई मामलों में ओटीपी वेरिफिकेशन वाले प्रकरण रिजेक्ट किए जा रहे हैं।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button