अनाज वितरण में गड़बड़ी की शिकायत: दौतड़-बुधाशाला और चैनपुरा में अनाज वितरण में गड़बड़ी की शिकायत लेकर झाबुआ पहुंचे ग्रामीण

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झाबुआ33 मिनट पहले
झाबुआ जिले में मंगलवार को जिला मुख्यालय पर अनाज वितरण में गड़बड़ी की दो शिकायतें पहुंची, और दोनों ही शिकायत कर्ताओं का संबंध खास लोगों के गांव से है। बीजेपी जिला अध्यक्ष भानू भूरिया के पिता बालू भूरिया जनसुनवाई में शिकायत करने पहुंचे की दौतड़ और बुधाशाला गांव में अनाज का वितरण ठीक से नहीं किया जा रहा है, 25 अक्टूबर को जनसुनवाई में शिकायत की थी लेकिन शिकायत का उनके समक्ष नहीं करने पर वे खुद मंगलवार को फिर से जनसुनवाई में पहुंचे।
दूसरी और बीजेपी अजजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह भाबर के गांव चैनपुरा के ग्रामीण भी अनाज वितरण में गड़बड़ी की शिकायत लेकर झाबुआ पहुंचे। झाबुआ जिले में लगातार अनाज वितरण में गड़बड़ी की शिकायत आती रहती हैं, यहां तक कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक भी इसकी शिकायत पहुंची है जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झाबुआ के जिला खाद्य अधिकारी को निलंबित करते हुए जिले से हटा दिया। लेकिन सिस्टम में सुधार होने की कोई गुंजाइश दिखाई नहीं देती और अब भी अनाज वितरण की शिकायतें लगातार पहुंच रही। लेकिन जब माननीय के गांव में ही सरकार की योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है तो बाकी जिले की तस्वीर क्या होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
झाबुआ जिले के मेघनगर तहसील के चैनपुरा गांव के ग्रामीण गांव में अनाज नहीं मिलने की शिकायत लेकर झाबुआ कलेक्टर के पास पहुंचे। चैनपुरा गांव बीजेपी अजजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह भाबर का गांव है। ग्रामीणों ने अपनी शिकायत में कहा कि मेघनगर तहसील के चैनपुरा गांव में सरकारी उचित मूल्य की दुकान पर खाद्यान्न वितरण नहीं हो पा रहा है, दुकान सरपंच के रिश्तेदार के निजी आवास से संचालित हो रही है। सरपंच के रिश्तेदार होने का लाभ उठाकर मनमाने तरीके से अनाज वितरण किया जाता है। ग्रामीणों का आरोप है कि आंगनवाड़ी और स्कूलों में भी अनाज समय से नहीं पहुंच रहा है जिससे बच्चों को मध्यान्ह भोजन भी समय पर नहीं मिल पा रहा है।

जून के बाद अनाज वितरित नहीं
झाबुआ कलेक्टर से शिकायत करने पहुंचे करीब 40 ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जून के बाद में उन्हें सितंबर माह में अनाज वितरित किया गया वह भी चावल चावल बांटे गए सितंबर माह में भेजे गए। उन्हें गेहूं नहीं दिया गया। ग्रामीणों ने कहा कि आगे से ही गेहूं नहीं आया है। एक माह का ही दिया जाता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि चैनपुरा राशन दुकान की जांच करा कर उचित कार्रवाई की जाए और निजी आवास पर जो सरकारी अनाज रखा हुआ है उसे सरकारी भवन में रखा जाए ग्रामीणों ने प्रभारी डीएसओ एलएन गर्ग को शिकायती पत्र सौंपा है। डिप्टी कलेक्टर ने खाद विभाग की टीम को मौके पर भेजकर जांच करवाने का भरोसा ग्रामीणों को दिलाया है।
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